दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर इंडिया एक्सप्रेस पायलट की हार्ट अटैक से मौत, लैंडिंग के तुरंत बाद हुआ हादसा

28 वर्षीय पायलट अरमान की दुखद मौत, हाल ही में हुई थी शादी
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक चौंकाने वाली और दुखद घटना सामने आई है। एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक युवा पायलट की लैंडिंग के तुरंत बाद दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। पायलट की पहचान 28 वर्षीय अरमान के रूप में हुई है, जिनकी हाल ही में शादी हुई थी।
लैंडिंग के तुरंत बाद बिगड़ी तबीयत
यह घटना तब घटी जब एयर इंडिया एक्सप्रेस की श्रीनगर से दिल्ली आ रही फ्लाइट ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की। सूत्रों के अनुसार, जैसे ही पायलट ने विमान लैंड कराया और अन्य औपचारिकताओं के लिए डिस्पैच ऑफिस पहुँचे, उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। कॉकपिट में उल्टियां, फिर अचानक बेहोशी लैंडिंग के बाद पायलट को उल्टियां हुईं और फिर वे बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हार्ट अटैक की वजह अब तक स्पष्ट नहीं
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पायलट को हार्ट अटैक क्यों आया। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि विमान के अंदर हवा के दबाव में गड़बड़ी या लंबे समय तक तनाव में रहने से ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। इस बात की पुष्टि पायलट के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने जताया गहरा शोक
यर इंडिया एक्सप्रेस ने एक आधिकारिक बयान में कहा:
“हम अपने सहकर्मी की असामयिक मृत्यु से बेहद दुखी हैं। इस मुश्किल समय में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। हम सभी से निवेदन करते हैं कि वे हमारी निजता का सम्मान करें और अनावश्यक अटकलों से बचें।”
पिछले 25 दिनों में विमान में हुईं तीन मौतें
6 अप्रैल – 89 वर्षीय महिला की फ्लाइट में मौत
मुंबई से वाराणसी जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट में एक बुजुर्ग महिला की तबीयत उड़ान के दौरान बिगड़ गई। छत्रपति संभाजीनगर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिला की पहचान सुशीला देवी (89 वर्ष) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की निवासी थीं।
29 मार्च – पत्नी के सामने पती की मौत
पटना से दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक अन्य यात्री की मौत हुई। मृतक का नाम प्रोफेसर सतीश चंद्र बर्मन था, जो असम के नलबाड़ी के रहने वाले थे। फ्लाइट में तबीयत बिगड़ने के बाद, लखनऊ एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग कराई गई, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
क्या उड़ानों में स्वास्थ्य जांच को गंभीरता से लेने की ज़रूरत है?
इन घटनाओं से यह सवाल खड़ा होता है कि क्या एयरलाइनों को अपने स्टाफ और यात्रियों की स्वास्थ्य जांच और मेडिकल सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की ज़रूरत है?
तनाव, अनियमित दिनचर्या और शारीरिक थकान कई बार जानलेवा साबित हो सकती है — खासकर पायलटों जैसे जिम्मेदारी वाले पेशों में।