इज़राइल-ईरान तनाव से सोने की कीमतों में भारी उछाल! क्या ₹1,05,000 तक पहुंचेगा सोना?

🪙 सोने की चमक बढ़ी: वैश्विक तनाव ने दिखाया असर
विश्वभर में भू-राजनीतिक तनावों के चलते एक बार फिर सोने की कीमतों में तेज़ी देखने को मिल रही है। इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर मोड़ दिया है, जिसका नतीजा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3400 प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंच गया है।
भारत में भी इसका सीधा असर दिखा। MCX पर अगस्त डिलिवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स पहली बार ₹1,00,403 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया। वहीं, चांदी भी पीछे नहीं रही—जुलाई डिलिवरी वाली चांदी ₹1,06,695 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

📉 डॉलर इंडेक्स में गिरावट से सोने को मिला और समर्थन
इज़राइल और ईरान के बीच संघर्ष के साथ ही डॉलर इंडेक्स में भी गिरावट आई है, जिससे सोने और चांदी को समर्थन मिला। कमजोर डॉलर के चलते अंतरराष्ट्रीय निवेशक सोने की ओर आकर्षित हुए हैं। यही कारण है कि सोने की मांग में तेजी और कीमतों में उछाल देखा गया।
🌍 मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति क्या है?
शुक्रवार की सुबह इज़राइल ने ईरान पर हवाई हमले किए। रिपोर्ट्स के अनुसार, तेहरान में भी धमाके सुने गए। इज़राइल ने ईरान के न्यूक्लियर इन्फ्रास्ट्रक्चर और बैलेस्टिक मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाया।
इससे न सिर्फ बाजार में अस्थिरता बढ़ी है, बल्कि क्रूड ऑयल की आपूर्ति पर भी संकट गहराया है। स्ट्रेट ऑफ होर्मुज, जो कच्चे तेल की आपूर्ति का मुख्य मार्ग है, वहां भी खतरा मंडरा रहा है। इन सभी कारणों से सोने की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है।
📊 गुरुवार को बाजार में क्या हुआ?
गुरुवार को MCX पर अगस्त डिलिवरी वाला सोना ₹98,392 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जिसमें 1.75% की तेजी देखी गई। वहीं, जुलाई डिलिवरी की चांदी ₹1,05,885 प्रति किलोग्राम तक पहुंची।
📈 क्या सोना ₹1,05,000 तक पहुंच सकता है?
पृथ्वी फिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के हेड मनोज कुमार जैन के अनुसार, सोना फिलहाल 6 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3400 से ऊपर बना रहा, तो तेजी का दौर और गहरा सकता है।
वहीं, ऑगमॉन्ट रिसर्च की हेड रेनिशा चैनानी का कहना है कि अगर मौजूदा हालात बने रहते हैं, तो भारत में सोने की कीमत ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
निवेशकों के लिए सलाह
- कम जोखिम वाले निवेशक इस समय सोने में निवेश को प्राथमिकता दे सकते हैं।
- अल्पकालिक तेजी से लाभ कमाने की संभावना है, लेकिन दीर्घकालीन निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहना चाहिए।
- चांदी में भी अच्छा मुनाफा मिल सकता है, लेकिन उतार-चढ़ाव अधिक हो सकता है।